अशुद्ध वाक्यों का शोधन । हिंदी व्याकरण । HINDI GRAMMAR

अशुद्ध वाक्यों का शोधन । हिंदी व्याकरण । HINDI GRAMMAR

 

हिंदी व्याकरण
अशुद्ध वाक्यों का शोधन

hindi grammar

          भाषा की महत्वपूर्ण इकाई है-वाक्य। भाषा अभिव्यक्ति का सर्वोत्तम साधन है। मनुष्य अपनी भावनाओं और विचारों की अभिव्यक्ति वाक्यों के द्वारा ही करता है। वाक्य-रचना की अशुद्धियों का मुख्य कारण है-व्याकरणिक नियमों के ज्ञान का अभाव। प्रत्येक भाषा की अपनी व्यवस्था होती है, कुछ अपने नियम होते हैं। जैसे-अंग्रेजी भाषा में कर्ता या उद्देश्य के तुरंत बाद क्रिया आती है, फिर कर्म, करण आदि। किंतु हिंदी में कर्ता के बाद कर्म, करण आदि आते हैं और सबसे अंत में क्रिया आती है। इस प्रकार व्याकरण इन नियमों का संकलन एवं विश्लेषण करके भाषा को एक सुनिश्चित मानक रूप प्रदान करता है। अत: वाक्य की अशुद्धियों का शोधन करने के लिए हमें व्याकरण के नियमों का ज्ञान प्राप्त करना होगा तथा शब्दों का यथास्थान ठीक-ठीक प्रयोग करना होगा। वाक्य की अशुद्धियों के निम्नलिखित कारण हैं-

 

      पद-क्रम संबंधी अशुद्धियाँ

 

          वाक्य में पदों का निश्चित क्रम होता है। इस क्रम में उलट-पुलट हो जाने से वाक्य का अर्थ बदल जाता है। जैसे-राम ने रावण को मारा। यदि किसी कारणवश हम इसके पदक्रम को बदल दें-रावण ने राम को मारा-तो इसका अर्थ पूरी तरह से बदल जाता है। 

पदक्रम के कुछ नियम

 

(i) साधारणतः कर्ता पहले और क्रिया अंत में होती है। जैसे-

हिमांशु जाता है।

सिम्मी खेल रही है।

 

(ii) अपूर्ण क्रिया होने पर कर्ता के बाद पूरक और फिर क्रिया को रखते हैं। जैसे- 

हिमांशु अध्यापक है।

अन्नू गायक है।

 

(iii) सकर्मक क्रिया होने पर कर्ता के बाद कर्म और फिर क्रिया होती है। जैसे-

हिमांशु पत्र पढ़ता है।

गाय दूध देती है।

 

(iv) यदि सकर्मक क्रिया को पूरक की अपेक्षा हो, तो कर्ता के बाद कर्म फिर कर्म पूरक और अंत में                क्रिया होती है। जैसे-

हिमांशु ने पेड़ को आदमी समझा।

अँधेरे में मैंने रस्सी को साँप समझा।

 

(v) द्विकर्मक क्रियाओं में पहले गौण कर्म (व्यक्ति) और फिर मुख्य कर्म (वस्तु) रखना चाहिए। जैसे-

गुरु जी शिष्य को पाठ पढ़ाते हैं।

राजा चोर को दंड देते हैं।

 

(vi) संबंध (विभक्ति-युक्त शब्द) संबंधी से पूर्व, विशेषण संज्ञा से पूर्व तथा क्रियाविशेषण साधारणतः क्रिया से पूर्व रखने चाहिए। जैसे-

मांशु की पुस्तक कहाँ है?

सुंदर फूल मन को भाते हैं।

वह धीरे-धीरे चलता है।

 

(vii) प्रश्नवाचक क्या का उत्तर हाँ या नहीं हो, तो वाक्य के आरंभ में आता है तथा शेष प्रश्नवाचक शब्द प्रायः वाक्य के मध्य में आते है जैसे-

क्या वर्षा हो रही है?

वहाँ कौन खड़ा है?

आप कहाँ जा रहे हैं?

 

(viii) संबोधन और विस्मयादिबोधक अव्ययों का प्रयोग वाक्य के आरंभ में होता है। जैसे-

वाह! क्या कहना।

अरे दिनेश! वहाँ क्या कर रहा है?

 

(ix) नकारात्मक अव्यय '', 'नहीं', 'मत' सामान्यतः क्रिया से पहले आते हैं। जैसे-

वहाँ जाना।

उसे मत रोको।

वह झूठ नहीं बोलेगा।

 

(x) आग्रहात्मक '' या 'ना' वाक्य के अंत में आता है। जैसे-

आप आ रहे हैं !

बता दो ना!

 

विशेष-अर्थ के धरातल पर भी विभिन्न भाषिक इकाइयों में पदक्रम का ध्यान रखना आवश्यक है। जैसे-

 

अशुद्ध क्रम

शुद्ध गाय का दूध।

एक पानी का गिलास देना।

 

शुद्ध क्रम

गाय का शुद्ध दूध।

एक गिलास पानी देना।

 

पदक्रम संबंधी सामान्य अशुद्धियों के उदाहरण


अशुद्ध क्रम

शुद्ध क्रम

वह पागल आदमी हो गया।

वह आदमी पागल हो गया।

मैंने फूल एक बहुत सुंदर देखा।

मैंने एक बहुत सुंदर फूल देखा।

मीरा पक्की कृष्ण भक्त थीं।

मीरा कृष्ण की पक्की भक्त थीं।

मुझे एक चाय का गरम प्याला चाहिए।

मुझे गरम चाय का एक प्याला चाहिए।

सारे देश के नागरिक कर्तव्यनिष्ठ हैं।

देश के सारे नागरिक कर्तव्यनिष्ठ है।

गाय का ताकतवर दूध होता है।

गाय का दूध ताकतवर होता है।

शहीदों का देश सदा आभारी रहेगा।

देश शहीदों का सदा आभारी रहेगा।

वह छात्र जाता है विद्यालय।

वह छात्र विद्यालय जाता है।

खा लिया है हमने खाना।

हमने खाना खा लिया है।

खरगोश को काटकर गाजर दो।

खरगोश को गाजर काटकर दो।

एक गुलाब के फूलों की माला चाहिए।

गुलाब के फूलों की एक माला चाहिए।

रोगी मोहन को काटकर सेब खिलाओ।

रोगी मोहन को सेब काटकर खिलाओ।

लेख यह किसने लिखा है?

यह लेख किसने लिखा है?

दौड़ता है वह बच्चा।

वह बच्चा दौड़ता है।

एक सुरीले गीतों की पुस्तक चाहिए।

सुरीले गीतों की एक पुस्तक चाहिए।

मुझे घर आपका बहुत अच्छा लगा।

मुझे आपका घर बहुत अच्छा लगा।

शेरों की गर्जन सुनकर बच्चे डर गए।

बच्चे शेरों की गर्जना सुनकर डर गए।

यह बात जब में बच्चा था उस समय की है।

यह बात उस समय की है जब मैं बच्चा था।

वास्तव में प्रेम वह उससे करता है।

वास्तव में वह उससे प्रेम करता हैं

वह पत्रिका जो मेज़ पर पड़ी है, राधा की है।

जो पत्रिका मेज़ पर पड़ी है, वह राधा की है।

आप जा रहे हो कहाँ?

आप कहाँ जा रहे हैं?

उसे प्रथम स्थान कक्षा में मिला।

उसे कक्षा में प्रथम स्थान मिला।

जा रहे हैं बाज़ार मोहन और सोहन।

मोहन और सोहन बाजार जा रहे हैं ।

राम को मोहन ने पुस्तक दी।

मोहन ने राम को पुस्तक दी।

रामचरितमानस महाकाव्य की महाकवि तुलसीदास ने रचना की।

महाकवि तुलसीदास ने रामचरितमानस महाकाव्य की रचना की।

बिना कठोर परिश्रम किए कोई सफल नहीं हो सकता।

कठोर परिश्रम किए बिना कोई सफल नहीं हो सकता।

कहानियाँ ये किसने लिखी हैं?

ये कहानियाँ किसने लिखी हैं?

वह मर गया हाय!

हाय! वह मर गया।

कौन फाटक पर खड़ा है?

फाटक पर कौन खड़ा है?

वह पागल हाथी हो गया।

वह हाथी पागल हो गया।

बच्चे को बोतल में डालकर दूध पिलाओ।

बच्चे को दूध बोतल में डालकर पिलाओ।

सारे स्कूल के बच्चे मेहनती हैं।

स्कूल के सारे बच्चे मेहनती हैं।

कृपया भैया बस धीरे चलाएँ।

भैया! कृपया बस धीरे चलाएँ।